Monday, 19 November 2018


नन्ही मुन्नी सोनी बच्ची ,
डरी सहमी  एक परी
मीठी बोली सुन्दर हसी
उसकी हर रीत न्यारी

गुम सुम गुम सुम
होठ गुलाबी पाले चुप्पी
छोटी छोटी नयना भूरी
करे दिल की बात सारी

खिलखिलाती चहकती
माँ  पापाकी की दुलारी
प्रेम भक्ति का संगम न्यारा
नानी की तो जीवन धरा

घी मख्खन बिना ना न्याहारी
दादा दादीकी ये लाडली
ग़ुस्से से कभी गाल फुलाई
दिदीकी  गुड़िया प्यारी